सुशांत! लौट आओ ना…

जब रात बहुत गहरा चुकी होगी,सूरज अंबर की चादर से धीरे—धीरेबाहर झांक रहा होगा,तब मैं आकाश…

सुशांत, तुमने एक बार कहा तो होता

सुशांत! काई पो चे मूवी हो या छिछोरे हर फिल्म में तुमने सिखाया हार मत मानना।…