चेहरे पर मंद मंद मुसकान और आंखों में खुशी लिए मेडल को चूमते मीराबाई चानू की…
Category: शाबाश
इनके लिए सलाम तो बनता है
शाबाश मलय! ‘रमज़ान अली’ के बाद अब ‘मंगलामुखी’ का भी है इंतज़ार
सपने ज़रुर देखिए और तब तक देखते रहिए जब तक उन्हें पूरा करने के रास्ते पर…
डॉ. अरविंद : कलयुग का सारथी
गुमसुम सी हैं शहर की गलियां, गुम सी हैं मासूमों की मस्तियां, मुक्त हो गगन में…