2006 में जब महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय क्रिकेट टीम में अपना स्थान पक्का किया ही था तभी मैंने कहा था कि निश्चय ही यह खिलाड़ी आगे चलकर कप्तान बनेगा और भारतीय क्रिकेट को नई बुलंदियों पर ले जाएगा। बात शाम में हो रही थी इसलिए लोगों ने मेरी भविष्यवाणी को हँसी में उड़ा दिया। […]Read More
Category : सरगोशी
देशवासियों की काना—फूसी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने अंदाज में चीन को सख्त चेतावनी दे डाली है। लद्दाख में भारत-चीन झड़प पर बात करते हुए उन्होंने मन की बात में साफ कहा कि भारत की भूमि पर आंख उठाकर देखने वालों को करारा जवाब मिला। भारत, मित्रता निभाना जानता है तो आंख में आंख डालकर देखना और उचित […]Read More
भारतीय सभ्यता—संस्कृति को देश—दुनिया तक पहुंचाने के लिए जिन आविष्कारों का इस्तेमाल किया जाना था, उनकी चकाचौंध में पड़कर हम स्वयं ही भारतीयता से कटते जा रहे हैं और आधुनिकता या कहें कि पश्चिमी सभ्यता—संस्कृति की तरफ बढ़ते जा रहे हैं। आधुनिक जीवन में गैजेट क्या आ गया, हम अपनी धर्म—परंपरा से कटते चले गए। […]Read More
आकृति विज्ञा ‘अर्पण’ कहाँ से शुरू करें और कहां खत्म करें, ये सोचना भी मेरे बस का नहीं, लेकिन मनबढ़ तो हूँ। अब आप कर भी का सकते हैं, काहें कि ये वाली मनबढ़ई मुझे अपने हक़ की बात लगती है। पापा जी,आपके पापा अर्थात् हमरे पिताजी (दादा जी), मम्मी के पापा मने हमरे नाना […]Read More
मान लीजिए कि गांव को शहर का बहिष्कार करना है तो उसे क्या करना होगा? क्या जरूरी नहीं कि वह सारी व्यवस्था सुनिश्चित करे जिसके लिए वह पलायन करता है? मान लीजिए कि शहर को भी गांव पर आश्रित नहीं रहना है तो वह क्या करेगा? क्या जरूरी नहीं कि वह सिर्फ कार्यालय नहीं, बल्कि […]Read More
देश की राजधानी दिल्ली में रहने वाले एक मीडियाकर्मी का यह दर्द महसूस कीजिए जिसके परिवार में पत्नी, भाई और पापा इस समय कोरोना से जूझ रहे हैं। सिर्फ मीडियाकर्मी और उनकी मां ही निगेटिव पाए गए हैं। त्रासदी देखिए कि परिवार के सदस्यों में कोरोना के लक्षण मिलने के बाद पहले तो जांच नहीं […]Read More