‘थोड़ा सा रफू करके देखिएफिर से नई लगेगीज़िंदगी ही तो है’। गुलज़ार साहब की इन चंद पंक्तियों में ज़िंदगी की एक बहुत बड़ी Philosophy छिपी है। शायद ही किसी की भी ज़िंदगी ऐसी हो जहां सब कुछ बिल्कुल perfect हो। उतार- चढ़ाव तो आने ही हैं और आते भी रहेंगे। पर मुझे आज तक ये […]Read More
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ज़िंदगी का पन्ना | Zindagi Ka Panna
फिल्म Mary Kom का एक डायलॉग है कि ‘किसी को इतना भी मत डराओ कि डर ही खत्म हो जाए’। बात तो सही है, फिर आखिर क्यों ये डर हमारे अंदर से खत्म नहीं होता? हम रात के अंधेरे से डरते हैं जबकि हम जानते हैं कि हर रात की सुबह ज़रुर होती है। हम […]Read More
पूरे हफ्ते की भागदौड़ के बाद आता है अपना कूल—कूल सा संडे। वैसे तो इस कोरोना काल में हर दिन ही संडे टाइप है फिर भी संडे तो संडे है। पर, कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने ठान लिया है कि हर दिन को एक जैसा ही बनाना है। पर जनाब, पूरे हफ्ते में एक […]Read More
जिसके साथ होने भर से ज़िंदगी खेलने भी लगे, खिलखिलाने भी, शरारतें भी करने लगे और मुस्कुराने भी, वही तो है दोस्त। जिससे बात करने से पहले सोचना न पड़े कि वो बुरा मान गया तो? अरे, जो किसी बात का बुरा मान जाए वो दोस्त ही कैसा? छोटी—छोटी बातों पर मुंह फूला लेना और […]Read More
इश्क़ पर ज़ोर नहीं, है यह वो आतिश ग़ालिबजो लगाए न लगे और बुझाए न बुझे। यानी इश्क़, प्यार और मोहब्बत बस हो जाता है, इसे आप ज़ोर ज़बरदस्ती से न तो हासिल कर सकते हैं और न ही किसी भी तरह से खो सकते हैं। पर आजकल जिस तरह की ख़बरें आ रही हैं […]Read More
किसी की ज़िंदगी की हक़ीकत जब ख़बर बनकर सामने आती है तो जाने कितनों की नींद उड़ा जाती है, वैसे तो इस तरह की ख़बरें नई नहीं हैं फिर भी इस ख़बर ने झकझोर कर रख दिया। एक महिला को जब पता चला कि उसके पति की लेडी लव वो नहीं बल्कि कोई और है […]Read More
जिन सितारों की कामयाबी की ख़बरों की ब्रेकिंग न्यूज़ बननी चाहिए थी, उनकी मौत और मौत का तरीका ब्रेकिंग बन गया। पहले बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत और अब दिल्ली की रहने वाली 16 साल की टिकटॉक स्टार। हालांकि इस प्यारी सी टिकटॉक स्टार ने मौत को गले क्यों लगाया, इस बारे में पता नहीं […]Read More
कहने को सब ही हैं ख़ास,फिर क्यों नहीं है कोई पास ?गर सभी अपने हैं,फिर क्यों नहीं होता अहसास? अगर आपके या आपके पार्टनर के मन में भी ये चार लाइनें गाहे—बगाहे आती रहती हैं तो आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़िएगा। दो लोग मिलते हैं, एक दूसरे की तरफ आकर्षित होते हैं। एक दूसरे […]Read More
जब रात बहुत गहरा चुकी होगी,सूरज अंबर की चादर से धीरे—धीरेबाहर झांक रहा होगा,तब मैं आकाश की ओर देखूंगी,वहां जो सबसे चमकदार तारा होगावो होगा सबका प्यारा सुशांत…। पिछले छह महीने से बुरी तरह अवसाद से घिरे सुशांत ने 14 जून 2020 को अपने बांद्रा वाले फ्लैट में फांसी लगाकर अपनी ज़िंदगी खत्म कर ली। […]Read More
सुशांत! काई पो चे मूवी हो या छिछोरे हर फिल्म में तुमने सिखाया हार मत मानना। फिर तुमने कैसे हार मान ली सुशांत? जिस कामयाबी के लिए लोग तरसते हैं वो तुम्हें हासिल थी। लोगों के जिस प्यार के लिए सितारे तरसते हैं, वो भी तुम्हें हासिल था। फिर क्यों किया तुमने ये सब? डीयर […]Read More