आज, 23 जून 2020, मंगलवार को उत्तर दिशा शूल है। अर्थात् उत्तर की तरफ यात्रा करने से बचना चाहिए। वहीं, राहु का काल दोपहर 3:26 बजे से शाम से 5:08 बजे तक है। इस दौरान सक्रियता कम और सावधानी अधिक रखनी चाहिए। अभिजित मुहूर्त सुबह 11:32 बजे से दोपहर 12:27 बजे तक है। यह किसी कार्य की शुरुआत के लिए उत्तम समय है।
… अब आइए आचार्य राजेश से जानते हैं कि क्या कहते हैं आपके सितारे
मेष
सहयोगी मिलने से कार्यों को करने में उत्साह बढ़ेगा। खर्च होगा परंतु लंबी यात्रा का अवसर प्राप्त होगा। मान—सम्मान—प्रतिष्ठा प्राप्त होगी। राजनीति और नौकरी में प्रसिद्धि बढ़ेगी। प्रिय को पर्याप्त समय नहीं देने से वह नाराज हो सकता या सकती है। जीवनसाथी से कोई तोहफा मिलेगा।
वृष
प्रयत्न करते रहिए, लक्ष्य तक पहुंच जाएंगे। प्रतिस्पर्धा में विजयी होंगे। रुका हुआ कार्य सिद्ध होगा। फायदेमंद काम मिलेगा या अच्छी जिम्मेदारी हाथ लगेगी। शारीरिक सुख मिलेगा।
मिथुन
किसी काम में जल्दबाजी ना करें, धोखा मिल सकता है। स्वास्थ्य का ख्याल रखें। मौसमी बीमारी सर्दी, खांसी, सिरदर्द, आंख संबंधी समस्या हो सकती है। सावधान रहें।
कर्क
रुका हुआ कार्य सिद्ध होगा। साथ ही व्यापार में लाभ मिलेगा। सोचा हुआ कार्य पूरा होगा। दूर के हितैषी आपका साथ देंगे। कामकाज के संबंध में बड़े लोगों से भेंट होगी।
सिंह
सहयोगी साथ और हौसला देंगे। प्रतिस्पर्धियों को पीछे छोड़ेंगे। आपका समय लाभदायक है। व्यापार में अच्छी उन्नत होगी।
कन्या
व्यापार—वाणिज्य में कुछ विशेष हासिल होगा। व्यावसायिक यात्रा की संभावना है। औरों का मन जीतकर अपने लिए अवसर प्राप्त कर सकेंगे।
तुला
बेवजह वार्तालाप में समय न गंवायें, इससे काम में बाधा होगी। आकस्मिक खर्च बढ़ेगा। धन के अभाव में बन रहा काम भी स्थगित हो सकता है।
वृश्चिक
सोचा हुआ काम मुश्किल से पूरा हो पाएगा। खर्च बढ़ने के साथ ही कई अन्य कारणों से कार्य बाधित होगा। भौतिक साधन को क्षति पहुंच सकती है।
धनु
रुका हुआ कार्य संपन्न होने के साथ ही निरंतर आमदनी वाला कोई कार्य शुरू कर सकते हैं। लगनशील बनेंगे और कार्य में उत्साह बना रहेगा।
मकर
कृषि, पशुपालन बढ़ेगा। भूमि और चारपहिया वाहन आदि से लाभ है। विभिन्न अवसर मिलेंगे। सहयोगियों का साथ मिलने से कठिन कार्य भी आसानी से पूरा होंगे।
कुंभ
कुछ बोलते समय सावधानी बरतें। आपकी बातों का गलत अर्थ निकलने से आप विवाद में पड़ सकते हैं। किसी मुश्किल परिस्थिति के कारण समझौता करना पड़ सकता है। विवाद के कारण सहयोगी भी विरोधी बन सकते हैं।
मीन
नजदीकी मित्र, भाई दूर हो सकते हैं। सहयोगी भी साथ नहीं रहेंगे। हालांकि शुरू किया गया कार्य धीरे—धीरे ही सही, पर पूरा होगा।