कानपुर के बिकरू गांव में सीओ समेत आठ पुलिस वालों की हत्या करने के आरोपी पांच लाख के इनामी गैंगस्टर विकास दुबे को आज सुबह पुलिस ने मार गिराया।
पुलिस के अनुसार, यूपी एसटीएफ की टीम उसे उज्जैन से कानपुर ले जा रही थी, लेकिन शहर से 17 किमी पहले बर्रा थाना क्षेत्र में सुबह 6:30 बजे काफिले की एक कार पलट गई। कहा जा रहा है कि विकास उसी गाड़ी में बैठा था। हादसे के बाद उसने एक पुलिसवाले से पिस्टल छीनकर हमला करने की कोशिश की। पुलिस ने उस पर गोली चलाई। बाद में उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसे सुबह 7 बजकर 55 मिनट पर उसे मृत घोषित कर दिया। कानपुर रेंज के आईजी ने विकास के मारे जाने की पुष्टि की है। बता दें कि विकास को कल ही उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था।
हालांकि नाटकीय ढंग से विकास के मारे जाने के बाद पुलिस भी चौतरफा घिर रही है। इस यूपी एसटीएफ के अफसर अभी कुछ बोलने से बच रहे हैं। कहा जा रहा है कि तेज बारिश की वजह से गाड़ी पलट गई। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने कहा है कि दरअसल गाड़ी नहीं पलटी है, ये राज खुलने से सरकार पलटने से बच गई है।
यह रहा घटनाक्रम
कल सुबह 9 बजे: विकास उज्जैन में गिरफ्तार किया गया।
शाम 7 बजे: यूपी एसटीएफ की टीम को विकास सौंपा गया।
रात 8 बजे: एसटीएफ की टीम कानपुर के लिए रवाना हुई।
आज तड़के 3:15 बजे: एसटीएफ की टीम झांसी पहुंची। कुछ देर बाद कानपुर के लिए रवाना हुई।
सुबह 6:15 बजे: काफिले ने कानपुर देहात बॉर्डर रायपुर से शहर में प्रवेश किया।
सुबह 6:30 बजे: एसटीएफ की गाड़ी पलट गई। विकास दुबे ने भागने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस की फायरिंग में जख्मी हो गया।
सुबह 7:10 बजे: एसटीएफ विकास को हैलट अस्पताल लेकर पहुंची।
सुबह 7.55 बजे: विकास को मृत घोषित कर दिया गया।