27 अगस्त 1908 को ऑस्ट्रेलिया में जन्मे डॉन ब्रैडमैन वैसे तो एक क्रिकेटर थे, पर अपने खेल के ज़रिए उन्होंने नंबर एक की जो सीट रिज़र्व की, उस तक आज तक कोई और नहीं पहुंच सका। 20 साल के अपने इंटरनेशनल करियर में डॉन ब्रैडमैन ने पिच पर इतने और इस तरह के कमाल दिखाए कि वे क्रिकेट के लिए बेमिसाल हो गए।
डॉन के रिकॉर्ड
1928 से अपने इंटरनेशनल क्रिकेट करियर का आगाज़ करने वाले डॉन ब्रैडमैन 52 टेस्ट मैच में 6,996 रन बनाए। जिसमें 29 शतक और 13 अर्धशतक शामिल हैं। डॉन ब्रैडमैन ने दस दोहरे शतक और दो तिहरे शतक भी लगाए जिसकी बदौलत उनका टेस्ट का औसत 99.4 रहा। आज तक विश्व में उनके इस रिकॉर्ड को तोड़ने वाला बल्लेबाज़ अब तक नहीं हुआ। किसी एक टेस्ट सीरीज़ में 500 या उससे अधिक रन उन्होंने एक दो बार नहीं बल्कि सात बार बनाए। वैसे अपनी पहली सेंचुरी उन्होंने स्कूल क्रिकेट में मात्र 12 साल की उम्र में लगाई थी। शतकवीर डॉन ब्रैडमैन ने अपने टेस्ट करियर में सिर्फ 6 सिक्स लगाए। जिनमें पांच इंग्लैंड के खिलाफ और एक भारत के खिलाफ शामिल है।
डॉन ब्रैडमैन को मिले सम्मान
• 1949- ब्रिटिश सरकार की तरफ से ‘नाइटहुड’ सम्मान। मिला। डॉन ब्रैडमैन यह सम्मान पाने वाले पहले टेस्ट क्रिकेटर हैं, जबकि इकलौते ऑस्ट्रेलियन क्रिकेटर भी हैं।
• 1979- कम्पैनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलियन।
• 1999- पुरुष एथलीट ऑफ द सेंचुरी।
• 2009- ICC हॉल ऑफ फेम।
सचिन से समानता
डॉन ब्रैडमैन और मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के बारे में क्रिकेट के जुनून के अलावा जो एक बात कॉमन रही, वो ये कि 14 अगस्त 1948 को डॉन ब्रैडमैन ने क्रिकेट से जिस जगह पर संन्यास लिया और अपने आखिरी मैच में ज़ीरो पर बोल्ड हुए, वहीं पर सचिन तेंदुलकर ने 14 अगस्त 1990 को मैनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ अपने करियर का पहला शतक जड़ा था।