उनकी मुसकुराहट, उनका अंदाज़, उनका चार्म सब कुछ अपने फैंस के दिल में जगह बनाने के लिए काफी था। आज भले ही ऋषि कपूर हमारे बीच नहीं हैं पर उनके जन्मदिन के मौके पर कुछ ऐसी बातें आपसे शेयर करते हैं जो उनके फैंस की यादों में ताउम्र बसी रहेगी।
बहुत कम लोग जानते हैं कि मेरा नाम जोकर से पहले ऋषि कपूर श्री 420 में बाल कलाकार के रूप में नज़र आ चुके थे। हालांकि इस फिल्म में एक सीन के लिए नरगिस ने कई चॉकलेट्स देकर उन्हें मनाया था। ‘प्यार हुआ इकरार हुआ’ गाने में वे अपने भाई रणधीर कपूर और रीमा के साथ पैदल चलते नज़र आए। ऋषि कपूर कभी भी रविवार को काम नहीं किया करते थे। उनका कहना था कि संडे पूरी तरह से फैमिली डे होता है। बतौर हीरो ऋषि कपूर पहली बार फिल्म बॉबी में नज़र आए। इस फिल्म की सफलता के बाद उनकी इमेज रोमांटिक हीरो की बन गई और फिर उन्होंने कई हिट रोमांटिक फिल्में दीं। फिल्म बॉबी के बारे में बात करते हुए एक बार ऋषि कपूर ने कहा कि लोगों को लगता है कि ये फिल्म मुझे लॉन्च करने के लिए बनाई गई थी, पर ऐसा बिल्कुल नहीं था। दरअसल मेरा नाम जोकर के फ्लॉप होने के बाद आर्थिक हालत इतनी खराब हो चुकी थी कि उस फिल्म के लिए किसी बड़े स्टार को साइन नहीं किया जा सका। वैसे तो ऋषि कपूर की जोड़ी तमाम हीरोइन्स के साथ हिट रही लेकिन फैन्स को नीतू सिंह के साथ उनकी जोड़ी सबसे ज्यादा पसंद आई। दोनों का रील लाइफ रोमांस रीयल लाइफ लव में बदला और फिर दोनों ने शादी कर ली। ऋषि कपूर ने एक इंग्लिश फिल्म ‘Don’t Stop Dreaming (सपने देखना बंद मत कीजिए)’ भी की, जिसे शम्मी कपूर के बेटे आदित्य राज कपूर ने डायरेक्ट किया था। ऋषि कपूर ने ऐश्वर्या राय और अक्षय खन्ना को लेकर फिल्म ‘आ अब लौट चलें’ भी बनाई। हालांकि ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ ख़ास कमाल नहीं दिखा पाई। ऋषि कपूर एक ऐसे अभिनेता हैं जिनके साथ बीस से ज्यादा अभिनेत्रियों ने अपने करियर की शुरुआत की। ऋषि कपूर अपनी कई फिल्मों में स्वेटर पहने नज़र आए। उनका ये स्टाइल दर्शकों को काफी पसंद आया। ऋषि कपूर ने अपनी किताब ‘खुल्लम खुल्ला’ में अपनी ज़िंदगी के कई अनजाने पहलुओं को सबके सामने रखा। ऋषि कपूर ने अपनी किताब में लिखा कि उनकी पहली गर्लफ्रेंड एक पारसी लड़की यासमीन मेहता थी, जिसे वो पागलों की तरह प्यार करते थे। अपनी किताब में उन्होंने डिप्रेशन का जिक्र करते हुए लिखा है कि अपनी असफलताओं के लिए वे नीतू सिंह को जिम्मेदार मानने लगे थे। लेकिन जल्दी ही सब ठीक हो गया। मेरा नाम जोकर में अपने पिता के बचपन का किरदार निभाने वाले मासूम से ऋषि कपूर हों या फिर 102 NOT OUT फिल्म में एक ऐसे बेटे का किरदार निभाते, जिसके पिता उसे थोड़ा परेशान करके ज़िंदगी का फलसफा सिखाते हैं, या फिर अग्निपथ का नेगेटिव कैरेक्टर… रुपहले परदे पर ऋषि कपूर ने हर किरदार को कुछ ऐसे दमदार अंदाज़ में निभाया कि थियेटर में बैठी ऑडियंस ने कहा शानदार ऋषि कपूर। ऋषि कपूर अपने निभाए किरदारों के साथ साथ अपनी बेबाकी और साफगोई के लिए भी याद किए जाते रहेंगे और यादों में हमेशा मुस्कुराते रहेंगे।