दुनिया में भला ऐसा कौन होगा जिसे ठंडी ठंडी आइसक्रीम पसंद न हो। जहां गर्मी में ये सबको ठंडक का अहसास देती है तो वहीं इसके कई दीवाने ऐसे भी हैं जो सर्दियों में गरम गरम गुलाबजामुन और ठंडी ठंडी आइसक्रीम को मिक्स कर खाते हैं। पर क्या आप ये जानते हैं कि जुलाई के तीसरे संडे को आइसक्रीम डे मनाया जाता है।
1984 में यूनाइटेड स्टेट्स के राष्ट्रपति रोनाल्ड रेगन ने जुलाई को आइसक्रीम मंथ घोषित करते हुए कहा कि जुलाई का हर तीसरा संडे आइसक्रीम डे के रुप में मनाया जाएगा। उनका इसके पीछे का तर्क था कि आइसक्रीम में सारे पोषक तत्व तो मिलते ही हैं, साथ ही साथ उनके देश की 90 फीसदी जनता इसे पसंद करती है। उन्होंने इस दिन रंगारंग कार्यक्रम और ढेर सारी मस्ती करने की बात भी कही।
अमेरिका में इस दिन को मनाने के लिए ऑर्गनाइजेशन भी हैं, जो आइसक्रीम डे की पूरी तैयारी करती हैं। एक और ज़रुरी बात अमेरिका की इकॉनमी का एक बड़ा हिस्सा आइसक्रीम से आता है।
क्या आप जानते हैं कि आइसक्रीम का आविष्कार किसने किया ? संत लुईस मिस्सौरी के चार्ल्स इ मिन्चेस को आइसक्रीम कोन का आविष्कारक माना जाता है। 23 जुलाई 1904 को उन्होंने वर्ल्ड फेयर में पेस्ट्री कोन में दो स्कूप आइसक्रीम रखकर दुनिया का पहला आइसक्रीम कोन बनाया।
अब भले ही इसे मनाने की शुरुआत अमेरिका में हुई हो, पर आइसक्रीम के दीवाने तो पूरी दुनिया में हैं, सो धीरे धीरे दुनिया के दूसरे हिस्सों में भी आइसक्रीम डे मनाया जाने लगा। तो आप भी अपने मूड को किजिए Chill और खाइए ठंडी ठंडी कूल कूल आइसक्रीम।